मत बाँधिए नियमों की जंज़ीरों से, आज़ाद जीना चाहती हूँ मैं; मत खींचिए कोई लक्ष्मण रेखा, बेखौ... मत बाँधिए नियमों की जंज़ीरों से, आज़ाद जीना चाहती हूँ मैं; मत खींचिए कोई ल...
जिंदगी को अपने राह पर चलते-चलते, जोड़ दी गई मैं तेरे राह से तेरे राह को तो अपना लिया जिंदगी को अपने राह पर चलते-चलते, जोड़ दी गई मैं तेरे राह से तेरे राह को तो...
तेरे होने की खबर तेरी खुशबू बता देती है तेरे होने की खबर तेरी खुशबू बता देती है
मैं वो हूँ जिसमें मेरा अंतर्मन मुझे स्वीकारे। मैं वो हूँ जिसमें मेरा अंतर्मन मुझे स्वीकारे।
सुविचार पाना जरूरी होगा सुविचार पाने के लिए मन का अहंकार मिटाना होगा। सुविचार पाना जरूरी होगा सुविचार पाने के लिए मन का अहंकार मिटाना होगा।
उदास मौसम की भी अपनी ही रौनक होती है! उदास मौसम की भी अपनी ही रौनक होती है!